Site icon NewSuperBharat

प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह एवं राष्ट्रीय पोषण माह के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने में हम अपना भरपूर सहयोग करें प्रदान

शिमला / 01 सितम्बर / न्यू सुपर भारत


प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह एवं राष्ट्रीय पोषण माह के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने में हम अपना भरपूर सहयोग प्रदान करें ताकि इसका लाभ गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ छोटे बच्चों, महिलाओं और किशोरियों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए किया जा सके। यह विचार आज उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने बचत भवन में प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह एवं राष्ट्रीय पोषण माह के शुभारंभ करने के उपरांत अपने संबोधन में व्यक्त किए।


उन्होंने कहा कि यह दोनों योजनाएं एक-दूसरे की पूरक है जो महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं कुपोषण को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हमें मिलकर प्रयास करने चाहिए।  

उन्होंने कहा कि स्वस्थ समाज की स्थापना के लिए उचित पोषण अहम है। कुपोषण को हटाने के लिए हमें जानकारी और जागरूकता प्रदान करनी होगी। उन्होंने बताया कि हमें महंगी अथवा अस्वस्थकर खाद्य पदार्थों को छोड़ पोषक तथा मौसम के अनुरूप स्थानीय उत्पाद को खाना चाहिए।


उन्होंने कहा कि इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत कार्यकर्ताओं व अन्य महिलाओं को मिलकर इस आयोजन के उद्देश्य कुपोषण को कम करना व महिला में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता को बढ़ाने के लिए पोषण जागरूकता के संदेश को पूरे जिला में घर-घर तक पहुंचाना चाहिए।


उन्होंने बताया कि इस आयोजन के तहत विभिन्न गतिविधियां विभागीय स्तर पर आयोजित की जाएगी, जिसकी योजना विभाग द्वारा तैयार की गई है। उन्होंने विश्वास जताया कि इन कार्यक्रमों से जहां महिलाओं व बच्चों में कुपोषण को खत्म करने के प्रति जानकारी मिलेगी वहीं इसके सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त होंगे।  

कार्यक्रम में मिनाक्षी व निशा की गोद भराई का आयोजन कर गर्भवती महिलाओं के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए जच्चा व बच्चा के स्वास्थ्य का संदेश सम्प्रेषित किया गया। मां की अपने पहली संतान के साथ सेल्फी कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की पात्र महिला आमना ने अपने बच्चे के साथ सेल्फी खिंचवाई। उन्होंने पोषण रैली को भी रवाना किया। उपायुक्त ने पोषक अनाज से बना पोषक केक भी काटा।

उपायुक्त ने कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय पोषण माह के संदेश को घर-घर तक पहुंचाने तथा बच्चों, किशोरियों व महिलाओं को कुपोषण मुक्त स्वस्थ व मजबूत बनाने की शपथ भी दिलवाई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी वंदना चैहान ने स्वागत संबोधन में बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों तथा पंचायतों व अन्य क्षेत्रों मंे पौधा रोपण व पोषण वाटिका लगाई जाएंगी जबकि द्वितीय सप्ताह में योग एवं आयुष सत्रों का आयोजन कर गर्भवती महिलाओं, बच्चों व किशोरियों को पोषण आहार व स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी, तृतीय माह में पोषण किट का वितरण तथा जागरूकता प्रपत्रों को वितरित किया जाएगा।

कार्यक्रम में आयुर्वेद विभाग से डाॅ. अनिता ने गर्भावस्था के दौरान शारीरिक पोषण व वर्धन के लिए अपनाए जाने वाले खान-पान के संबंध में विस्तृत जानकारी दी साथ ही योग व प्राणायाम को जीवन का अभिन्न अंग बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

उप-निदेशक कृषि डाॅ. अजब सिंह नेगी ने संतुलित आहार के तहत इस्तेमाल की जाने वाली सब्जियां, अनाज व अन्य उत्पादों के बारे में जानकारी दी। प्रत्येक व्यक्ति को किचन गार्डन के महत्व के संबंध में जागरूक किया और इसे अपनाकर पौष्टिक व ताजी सब्जियां प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से जिला जन संचार अधिकारी केसी जिश्टु ने विभाग द्वारा चलाई जा रही पोषाहार व स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं की जानकारी दी।आभार उद्बोधन में सीडीपीओ ममता पाॅल ने बताया कि जिला के शिमला शहरी इकाई को पोषण अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर लीडरशिप और कंवरजैंस में श्रेष्ठ ब्लॉक का अवार्ड प्राप्त हुआ है।

उन्होंने कहा कि उपायुक्त के मार्गदर्शन में विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को जिला में शीर्ष तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।कार्यक्रम में विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित थी।

Exit mobile version