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किसानोंं की आय बढ़ाने के लिए बागवानी बेहतर विकल्प

 झज्जर / 15 मई / न्यू सुपर भारत

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जिलाभर में डीसी कैप्टन शक्ति ङ्क्षसह के मार्गदर्शन में बागवानी विभाग द्वारा जागरूकता कैंप लगाए जा रहे हैं। जागरूकता शिविरों का मुख्य उद्देश्य बागवानी फसलों का क्षेत्र बढ़ा कर किसानों की आय को बढ़ाना है। इसी कड़ी में सोमवार को जिला के गांव बिरधाना, रिवाड़ी खेड़ा, देवरखाना, गोधड़ी, चान्दौल और सुन्दरहेटी में जागरूकता कैंपों का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी गठित टीम द्वारा दी गई।

उद्यान विकास अधिकारी डा. सुक्रमपाल ने  गांव सुन्दरहेटी व चान्दौल में किसानों को जागरूक करते हुए बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा बागों के क्षेत्रफल को बढ़ावा देने के लिए प्रति एकड़ 4& हजार रूपए का अनुदान प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा किसान फूल एवं सब्जियों की खेती करके अधिक उत्पादन एवं आय प्राप्त कर सकते है। सरकार द्वारा किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए अनेक योजनाएं बनाई है। उन्होने बताया कि बागवानी विभाग द्वारा सीसीडीपी योजना के अन्तर्गत 15 हजार रूपए सब्जी उत्पादन पर, 6400 रूपए मल्चिंग पर, प्लास्टिक टनल पर 14.50 रूपए प्रति वर्ग मिटर, बांस के सहारे सब्जी उत्पादन पर &1 हजार 250 रूपए प्रति एकड़ एवं आयरन स्टैंकिग पर 70 हजार 500 रूपए प्रति एकड़ सहायता राशि किसानों को दी जाती है।

इसके अतिरिक्त सब्जी भण्डारण एवं पैंकिग हेतू पैक हाउस पर एक लाख 65 हजार रूपए प्रति ईंकाई, प्याज भण्डारण पर 87 हजार 500 रूपए प्रति ईंकाई एवं नैट हाउस लगाने पर 50 प्रतिशत सहायता राशि किसानों को दी जाती है।इसके अलावा जो किसान मशरूम की खेती करते है उन्हें 40 प्रतिशत सहायता राशि विभाग द्वारा दी जाती है। किसान मशरूम की खेती करके अ‘छी आय प्राप्त कर सकते है। खेती के साथ-2 किसान मधुमक्खी पालन का कार्य करके अ‘छी आय प्राप्त कर सकते है। मधुमक्खी पालन करने वाले इ‘छुक किसानों को विभाग द्वारा 50 बक्से व 50 कालोनियों पर 85 प्रतिशत सहायता राशि विभाग द्वारा दी जाती है।

उन्होंने कहा कि बागवानी विभाग द्वारा किसानों के लिए मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना व भावांतर भरपाई योजना भी लागू की गई है। जिसके अन्तर्गत सब्जियों में प्राकृतिक आपदा होने पर नुकसान की भरपाई मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना के अन्तर्गत की जाती है। मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना में टमाटर, प्याज, आलू, फूलगोभी, बंदगोभी, गाजर, मटर, घीया, भिंडी की फसलों शामिल किया गया है। उन्होने बताया कि योजनाओं का लाभ लेने हेतू किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल का पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। किसान होर्टनेट.जीओवी.ईन पर अपना पंजीकरण कर सकता है।  

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