प्रदेश का कनिष्ठ अभियंता वर्ग अपने फील्ड वर्क को लेकर दवाव में।***संघ की सरकार से मांग , 30 लीटर पेट्रोल की कीमत के बराबर मिले यात्रा ।भत्ता

रिवालसर /13 सितंबर /लक्ष्मी दत्त प्रदेश में मजदूरों की संख्या कम होने की बजह से प्रदेश का कनिष्ठ अभियंता बर्ग अपने फील्ड वर्क को लेकर भारी दवाव में है।प्रैस को जारी विज्ञप्ति में प्रदेश कनिष्ठ अभियंता संघ पीडब्ल्यूडी के प्रदेशाध्यक्ष ई. प्रेम अमृते एवं महासचिव ई. रविन्द्र शर्मा ने सरकार का ध्यान अपनी विभिन्न समस्याओं पर आकर्षित करते हुये कहा है कि वतर्मान समय मे लोकनिर्माण विभाग के पास फील्ड स्टाफ की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। जिसके कारण बरसात के बाद सड़कों की रिपेयर करने हेतु उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हर एक अनुभाग में कार्यत कनिष्ठ अभियंता के पास 60 से 100 किलोमीटर तक के कार्य क्षेत्र की जिमेवारी है।जिसमें जिसमें चार से पांच प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्य हर समय चले रहते है। इसके अतिरिक्त नावार्ड, सी आर एफ के अंतर्गत व भवनों के निर्माण कार्य अलग से उन्हें देखने पड़ रहे है। इन कार्यो को लेकर अभियंताओं को अपने निजी वाहनों का प्रयोग करना पड़ रहा है।जिसको लेकर संघ सरकार से मांग करता है कि उन्हें भी पंजाब की तर्ज पर हर माह यात्रा भत्ता 30 लीटर पेट्रोल की कीमत के बराबर देने की घोषणा करें। संघ के सभी सदस्यों ने मांग है की 15 सितंबर2019 इंजीनियर दिवस के मौके पर सरकार इस बात की घोषणा करते हुये उन्हें यह राहत प्रदान करें ।