May 2, 2025

इतिहास के क्षेत्र में भारतीय दृष्टि से शोधपरक कार्य कर इतिहास के छुपे हुए तथ्यों को समाज के लाएं समक्ष- गोविंद सिंह

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हमीरपुर /15 फरवरी /न्यू सुपर भारत

 शिक्षा, भाषा, कला एवं संस्कृति मंत्री श्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने आज नेरी में ठाकुर जगदेव चंद स्मृति शोध संस्थान एवं हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी शिमला के सयुंक्त तत्त्वावधान में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय ठाकुर रामसिंह जयंती कार्यक्रम के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। ठाकुर राम सिंह के 106वें जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित इस दो दिवसीय राष्ट्रीय परिसंवाद में लगभग 53 शोधार्थियों ने शोधपत्र पढ़े।   

श्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इतिहास को उजागर करने में ठाकुर रामसिंह का उल्लेखनीय योगदान रहा है। हमें इतिहास को केवल मात्र पढ़ना नहीं है, बल्कि इसे आत्मसात करते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आगे बढ़ाना है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्र पुनर्निर्माण के क्षेत्र में शोध की महत्त्वपूर्ण आवश्यकता है। उन्होंने शोधार्थियों से आग्रह किया कि इतिहास के क्षेत्र में भारतीय दृष्टि से शोधपरक कार्य कर इतिहास के छुपे हुए तथ्यों को समाज के समक्ष लाएं।

श्री ठाकुर ने कहा कि स्वतन्त्रता सेनानियों और महापुरुषों की जीवनियों का अध्ययन करके जहाँ मन पवित्र हो जाते हैं, वहीँ सोच को भी नई दिशा मिलती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के स्वतन्त्रता सेनानियों के महत्त्वपूर्ण योगदान को सभी हमेशा याद रखेंगे और जिन स्वतंत्रता सेनानियों का इतिहास अभी छुपा हुआ है, उनको शोधार्थियों के माध्यम से उजागर किए जाने का कार्य जो यह संस्थान कर रहा है, वह अद्वितीय है। शिक्षा मंत्री ने मनाली स्थित मनु धाम को नेरी शोध संस्थान की तर्ज पर एक उत्कृष्ट शोध संस्थान के रूप में स्थापित करने का विश्वास भी दिलाया।   

कार्यक्रम की अध्यक्षता भोरंज विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रीमती कमलेश कुमारी ने की। उन्होंने कहा कि ठाकुर रामसिंह की यात्रा ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण है, उसे देश और प्रदेश हमेशा याद रखेगा। आज हम सबको उनके सादगी भरे जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।

नेरी शोध संस्थान के निदेशक एवं मार्गदर्शक श्री चेतराम गर्ग ने कहा कि वर्तमान में संस्थान से न केवल हिमाचल अपितु सम्पूर्ण भारत के कई आचार्य एवं शोधार्थी जुड़े हैं एवं संस्थान के विचारानुगुण शोधकार्य कर रहे हैं। इतिहासपुरुष ठाकुर रामसिंह जी के लिए वास्तविक रूप में यही श्रद्धांजली होगी कि हम उनके द्वारा दिए गए विचारों को आत्मसात करते हुए प्रकृति एवं मानव इतिहास के वास्तविक तथ्यों को समाज के समक्ष प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी बताया कि संस्थान स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल प्रदेश के योगदान पर लेखन कार्य कर रहा है।

समाजिक कार्यों से जुड़े मजलसी राम वैरागी ने स्वर्गीय रामसिंह के सम्पूर्ण जीवन पर आधारित कविता “ किस्सा जिन्दड़ीयां दा …   के माध्यम से सभी को भावुक कर दिया। कार्यक्रम में मनु धाम मनाली के अध्यक्ष श्री पंडित जगन्नाथ, डॉ. भागचंद , डॉ. ओ.पी. शर्मा, डॉ. ओमदत्त सरोच, डॉ. सूरत ठाकुर, डॉ. वी. आर ठाकुर, डॉ. कृष्णमोहन पाण्डेय, सुरेन्द्र नाथ शर्मा, भूमिदत्त शर्मा, प्यार चंद परमार, डॉ. राकेश शर्मा आदि गणमान्य उपस्थित रहे।

इस अवसर पर हिमाचल कला संकृति भाषा अकादमी शिमला के सचिव डा. कर्म सिंह एवं जिला भाषा अधिकारी हमीरपुर निक्कू राम भी उपस्थित थे।   

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