नुक्कड़ नाटक से बताया मतदान का महत्व

ऊना / 3 सितंबर / न्यू सुपर भारत
भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग ऊना के सौजन्य से आज प्रेम नगर वार्ड 1 में चुनाव पाठशाला का आयोजन किया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं एसडीएम ऊना डाॅ निधि पटेल ने बताया कि चुनाव पाठशाला में पूर्वी कला मंच के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटकों व गीतों के माध्यम से उपस्थित लोगों को वोट के महत्व बारे जागरूक किया। उन्होंने बताया कि 1 अक्तूबर, 2022 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले नागरिक अपने संबंधित मतदान केंद्र पर जाकर वोट बना सकते हैं।
एसडीएम ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र देश हैं। सभी अपने वोट का अधिक से अधिक प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि जिन व्यक्तियों के वोट नहीं बने है वह बीएलओ के माध्यम से अपना वोट बनवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक वोट से जनादार बनता है और जनादार से लोकतंत्र मजबूत होता है। इस अवसर पर आर्य पब्लिक स्कूल बंगाणा की छात्राओं ने भी रंगारग कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।इस अवसर पर बाल विकास अधिकारी ऊना कुलदीप सिंह, सीमा दत्ता, राजेश दत्ता, विजय, विक्की, अनिल कुमार, राघव पुरी, रामस्वरूप सहित अन्य उपस्थित रहे।
जिला में एलएसडी से संक्रमित 2940 पशु हुए स्वस्थ: डाॅ सेन
ऊना, 3 सितंबर: उप निदेशक पशु पालन विभाग डाॅ जय सिंह सेन ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में कुल 8075 मामलों में प्रभावित पशुओं का उपचार सुनिश्चित करने हेतू जिले के सभी पशु चिकित्सा संस्थानों को उचित दवाओं की आपूर्ति की गई है। अब तक 2940 पशु ठीक हो चुके है और 473 पशुओं की मृत्यु हुई है तथा 4662 अभी सक्रिय मामलें है। उन्होंने बताया कि जिला में लंपी स्किन बीमारी का पहला मामला अगस्त माह में सामने आया जिसके चलते संदिग्ध जानवरों के नमूने एकत्रित करके पुष्टिकरण हेतू राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल भेजे गए।
डाॅ सेन ने बताया कि जिला में स्वस्थ पशुओं के लिए वैक्सीनेशन के लिए आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि महामारी से निपटने के लिए जिला स्तरीय रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया गया है। जिला की गौशालाओं और गाय अभ्यारणों में टीम द्वारा फॉगिग का काम किया जा रहा है। डाॅ सेन ने बताया कि 31 सरकारी पंजीकृत गौशालाओं, 10 मंदिर ट्रस्ट और 11 निजी गौशाला परिसरों में फॉग और बीमार पशुओं का ईलाज किया गया।
निजी डेयरी फार्मों में भी फोगिंग का कार्य जारी है और एलएसडी की जानकारी के सम्बन्ध में पैम्पलेट स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों को दिए गए और उन्हें एलएसडी जागरुकता बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। इसके अलावा गौशाला प्रबंधन को पंचायत स्तर पर एलएसडी के लिए शिविर का आयोजन किया गया तथा विभागीय आपूर्ति से प्राप्त एंटीबायोटिक, ज्वरनाशक जैसी निःशुल्क दवा भी प्रभावित मवेशियों के उपचार के लिए दी गई।