47 छप्पड़ों को थापर/ सीचेंवाल माडल पर किया जा रहा विकसित **मगनरेगा वर्करों के लिए 52511 दिहाडिय़ां पैदा की **छप्पड़ों की सफाई गांवों में रहने वालों की जरुरतों को करेगी पूरा

होशियारपुर / 25 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़
जिले के गांवों में आधारभूत सुविधाएं बिना किसी रुकावट से उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से प्रशासन की ओर से 2.73 करोड़ रुपए की लागत से जिले के सभी 457 छप्पड़ों की मुकम्मल सफाई करवाई गई है, जो कि गांवों में रहने वालों के लिए बड़े स्तर पर लाभप्रद साबित होगी।
डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने इस संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि सभी ग्रामीण छप्पड़ों को सुचारु ढंग से पानी व गार निकाल कर मगनरेगा वर्करों के माध्यम से साफ करवाया गया। उन्होंने बताया कि इन वर्करों को रोजगार मुहैया करवाने के लिए लाकडाउन के दौरान स्वास्थ्य परामर्श के अनुसार छप्पड़ों की सफाई का कार्य करवाया गया था। उन्होंने बताया कि मगनरेगा वर्करों के लिए छप्पड़ों की सफाई के दौरान 52511 दिहाडिय़ां पैदा की गई।

अपनीत रियात ने बताया कि जिले में 47 छप्पड़ों को थापर व सीचेंवाल माडल पर विकसित किया जा रहा है, ताकि इन छप्पड़ों का ट्रिटिड पानी सिंचाई आदि कार्यों के लिए प्रयोग किया जा सके। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि पंजाब सरकार की हिदायतों के मुताबिक पिछले वर्ष मई, जून में छप्पड़ों की सफाई का कार्य बड़े स्तर पर शुरु किया गया था व जिला प्रशासन ने यह कार्य मानसून से पहले तय समय में मुकम्मल कर लिया, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत मगनरेगा वर्करों को खास कर मौजूदा कोविड-19 के संकट के दौरान भी निर्धारित पैमानों के अनुसार कार्य मुहैया करवाया गया।
अपनीत रियात ने बताया कि कुल 457 छप्पड़ों की सफाई के दौरान 242 छप्पड़ों को डिलिस्ट व 215 छप्पड़ों को पानी निकाल कर मुकम्मल सफाई करवाई गई।