हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ ने स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा केंद्र अबधारण व कम परीक्षार्थी शुल्क की वृद्धि का किया विरोध
नूरपुर / 31 जनवरी / पंकज
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला द्वारा पत्र संख्या क्रमांक हीशिबो (22) सेन्टर क्रियेशन 2020-2001-2050 दिनाक 15-01-2020 के अनुसार केंद्र अवधारण व कम परीक्षार्थी शुल्क की दर में भारी फीस वृद्धि की गई है।
अधिसूचना के अनुसार कम विद्यार्थी शुल्क पहले ₹ 70 था अब ₹300 कर दिया गया है यह वृद्धि एकमुश्त 5 गुना बढ़ा दी गई है और इसी के साथ केंद्र अवधारण या केंद्र रिटेंशन फीस पहले 15 सो रुपए थी अब 2000 कर दी गई है जोकि सीधे-सीधे 25 परसेंट बढ़ा दी गई है जैसा कि हमें पता है हिमाचल की जटिल भौगोलिक दृष्टि से आज सरकार ने जगह-जगह स्कूल खोल दिए गए हैं जिस कारण स्कूलों में बच्चों की संख्या कम हुई है और ग्रामीण स्कूलों में संख्या कम होने से ग्रामीण स्कूल के बच्चों व उनके अभिभावकों पर फीस वृद्धि का भारी आर्थिक बोझ पड़ेगा हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ जिला कांगड़ा के प्रधान नरेश कुमार का कहना है कि कम विद्यार्थी शुल्क ₹ 70 से ₹ 300 तथा केंद्र अवधारण फीस 1500 से ₹2000 करना कहीं भी तर्कसंगत नहीं है क्योंकि शिक्षा बोर्ड लाभ कमाने के लिए नहीं बना हुआ है। यह क्वालिटी एजुकेशन व गरीब से अति गरीब बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने के लिए सहयोगी बॉडी है अतः हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ जिला कांगड़ा के प्रधान नरेश कुमार महासचिव संतोष पाराशर, बरिष्ठ उपप्रधान निर्मल सिंह, मुख्य प्रेस सचिव देवराज डडवाल राज्य उपप्रधान अरुण पठानिया, सुरेश नरियाल, महिला विंग की प्रधान रश्मि ठाकुर विभिन्न खंडों के प्रधान राकेश कुमार, सुरूप चीव, बलवान डडवाल, विजय राणा, पंकज पुरी, विजय भंडारी राजकुमार, भारत भूषण, राजेश नन्दा, कुलदीप राणा, सुनिल पराशर,शशि, बालकृष्ण मेहरा, सुरेंद्र कंदोरिया, घनश्याम सिंह, शौकत अली, राजीव कुमार, राजेन्द्र राणा प्रविण शर्मा सुखदेव सिंह, उपेन्द्र शर्मा व समस्त कार्यकारिणी ने संयुक्त वक्तव्य मे इतनी ज्यादा फीस वृद्धि का कड़ा विरोध किया है तथा स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष व सचिव से विनम्र अनुरोध है इसे तुरंत प्रभाव से वापिस लिया जाए।