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प्रकृति की प्राकृतिक सुंदरता और प्रकृति की प्रकृति का पालन करना ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है: डॉ. हरीश यादव

टोहाना / 1 दिसंबर / न्यू सुपर भारत

प्रकृति के पंच महाभूतो के सही प्रयोग से ही आज स्वस्थ रहा जा सकता है। जिस प्रकार से स्वस्थ रहने के नियम हैं उसी प्रकार से बीमार होने के भी नियम हैं। उक्त बात 6वें राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के संबंध में हरियाणा योग आयोग एवं आयुष विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय नैचूर पैथी क्लिनिक के सहयोग से शहीद नरेंद्र सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, पार्ता में प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में व्याख्यान में टोहाना के प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. हरीश यादव ने कहा। डॉ. यादव ने विद्यार्थियों को पंच महा भूत, मिट्टी, पानी, धूप, हवा और आकाश के बारे में विस्तार से बताया कि वे विद्यार्थियों के सही प्रयोग से स्वस्थ रह सकते हैं।

इस दौरान उन्होंने पेट पर पैर हिलाना, पेट पर पट्टी बांधना, मालिश करना, कुंजल क्रिया, सूर्य स्नान, प्राणायाम और उपवास करने की सही विधि की जानकारी देते हुए कहा कि शरीर की रोग विशेषज्ञ क्षमता का विकास प्रकृति के चरम और प्रकृति के बारे में बताया गया। सिद्धांत का पालन करना होता है। औषधि रोग जड़वत से समाप्त नहीं होता बल्कि रोग को दबाया जाता है। रोग तो प्रकृति ही ठीक है। इस पर विद्यालय सचिवालय शर्मा रमेश, कृष्ण, विक्रम, प्लाज्मा, बलवान, आयुष योग सहायक रवि शर्मा एवं रोशन लाल सहित सभी शैक्षणिक अवसर गण उपस्थित रहे।

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