ऊना / 13 नवम्बर / एन एस बी न्यूज़
जाने-मानेव्यंग्यकार, कवि व कथाकार गुरमीत बेदी को पंजाब कला साहित्यअकादमी द्वारा 24 नवंबर को जालंधर में आयोजित समारोह मेंराष्ट्रीय हास्य व्यंग्य चेतना अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। अकादमी पिछले 23 वर्षों के अपने इतिहास में पहली बार किसीव्यंग्यकार को यह अवार्ड प्रदान कर रही है। अकादमी द्वारा आयोजितकिए जा रहे राष्ट्रीय स्तर के इस समारोह में विभिन्न क्षेत्रों मेंउत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए कई अन्य विभूतियों को भी सम्मानितकिया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के चंडीगढ़ स्थित प्रेस संपर्ककार्यालय में उपनिदेशक के पद पर कार्यरत गुरमीत बेदी कीसाहित्य की विभिन्न विधाओं में एक दर्जन से अधिक पुस्तकें और तीनउपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। गुरमीत बेदी को हिमाचलसाहित्य अकादमी पुरस्कार सहित देश-विदेश के अनेक प्रतिष्ठितपुरस्कार मिल चुके हैं। देश के प्रमुख समाचार पत्रों में उनकेव्यंग्य के कॉलम बड़े चाव से पढ़े जाते हैं। उन्हें व्यंग्य लेखनके लिए कनाडा के विरसा अवार्ड के अलावा प्रतिष्ठित व्यंग्य यात्रासम्मान भी मिल चुका है। गुरमीत बेदी की व्यंग्य विधा में तीनपुस्तकें – इसलिए हम हंसते हैं, नाक का सवाल व खबरदार जोव्यंग्य लिखा शीर्षक से प्रकाशित हो चुकी हैं।
गुरमीत बेदी मारीशस व जर्मनी के बर्लिन में आयोजित वर्ल्ड पोएट्री फेस्टिवल मेंभी भाग लेकर हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित कर चुके हैं। उनकेकविता संग्रह-मेरी ही कोई आकृति का जर्मन कवियत्री रोजविटा नेजर्मनी में भी अनुवाद किया है। बेदी के कहानी संग्रह सूखे पत्तोंं का राग की साहित्यिक क्षेत्रों मेंकाफी चर्चा हुई है। जिसकी भूमिका इस वर्ष के साहित्य अकादमीअवार्ड से अलंकृत जानी-मानी कथाकार चित्रा मुदगल ने लिखी है।एस्ट्रोलॉजी साइंस पर उनकी शोध पुस्तक इसी माह आ रही है।