ऊना / 10 जून / न्यू सुपर भारत
जिला ऊना में कोरोना संक्रमित के लिए 7 क्यूबिक मीटर क्षमता के 2509 ऑक्सीजन सिलेंडरों का भण्डारण ऊना, हरोली और गगरेट में स्थापित उपमण्डलीय भंडारण केन्द्रों में किया गया था, जिन्हें अभी जरूरी न होने के कारण 7 विभिन्न फर्मों को सशर्त दिए गए हैं।
यह जानकारी देते हुए अध्यक्ष जिला आपदा प्रबन्धन एवं जिलाधीश राघव शर्मा ने बताया कि ज़िला ऊना में कोरोना संक्रमण दर में लगातार आ रही कमी के कारण इन केन्द्रों में ऑक्सीजन सिलेंडरों के भंडारण की जरूरत नहीं रही है। लेकिन जमाखोरी और कालाबाजारी को रोकना नितांत आवश्यक है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिले में ऑक्सीजन स्टॉक की उपलब्धता बनी रहे।
उन्होंने बताया कि मैटावैल्ड गैस एजैंसी मैहतपुर को 31, नेशनल इंटरप्राइजिज ऊना को 130, जै गुरूदेव गैसिज बेला बाथड़ी को 106, मंजू गैसिज़ बट्टकलां को 119, रमित गैस बाथड़ी को 163, भाटिया इंटरप्राइजिज गगरेट को 220 तथा जेके गैसिज़ गगरेट को 1740 ऑक्सीजन गैस सिलेंडर इस शर्त पर वापस दिए हैं कि इन पर उनका स्वामित्व नहीं होगा तथा जब भी आवश्यकता होगी ऑक्सीजन गैस सिलेंडर वापस जमा करवाने होंगें।
डीसी ने बताया कि कोई भी संस्था इन सिलेंडरों की बिक्री नहीं कर सकेगी तथा ग्राहकों को सिलेंडर केवल किराए पर लौटाने के आधार पर दिया जाएगा, जिसमें ग्राहक को सिलेंडर जारी करने का उचित रिकॉर्ड संस्थाओं द्वारा रखा जाएगा और वह संबंधित एसडीएम को उनके द्वारा जारी किए गए विवरण के बारे में पंद्रह दिन की एकरिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। इसके अलावा सम्बन्धित एसडीएम की पूर्व अनुमति के बिना जिला ऊना के बाहर किसी भी व्यक्ति अथवा संस्था को कोई भी सिलेंडर जारी नहीं किया जा सकेगा।