बागवानों के सेब की बोरियां सड़क किनारे पर सड़ने को मजबूर ***समय पर नहीं उठा रहे एचपीएमसी वाले सेब की बोरियां

सड़क के किनारे सड़ रही बागवानों की सेब की बोरियां।
रामपुर बुशहर, 11 सितंबर भारद्वाज
रामपुर उपमंडल के अंतर्गत आने वाली बहाली पंचायत के गांव नहरा में बागवानों के सेब सड़ने के कगार पर है। नहरा गांव के ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर एचपीएमसी द्वारा किसी भी प्रकार के कलैक्शन सैंटर नहीं खोले है। बागवानों की सेब की बोरियां सड़क के किनारे रख कर 15 से 20 दिन हो चुके है। इन सेबों की बोरियों को लेने के लिए अभी तक भी एचपीएमसी की और से कोई भी नहीं आया है। जिस कारण अब सेब सड़क किनारे ही सड़ गए है। बारिश आदि आने पर भी यह सेब खुले में ही भीग रहे है। इन सेब की बोरियों को तीरपाल आदि से भी नहीं ढका गया है।
इतना ही नहीं अब एचपीएमसी का ट्रक काफी समय बाद आता है तो तब तक कई बागवानों का सेब बोरियों के अंदर ही सड़ जाता है अब इस सड़े सबे की जिम्मेवारी कोन लेगा । एचपीएमसी की टीम तो अब सड़े सेब को नहीं उठा रही है। ऐसे में बागवानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। यदि समय रहते एचपीएमसी इन सेबों की बोरियों को उठा लें तो बागवानों को नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। लेकिन बागवानों की एचपीएमसी की टीम की मनमानी के आगे एक नहीं चल रही है। उन्होंने अपनी साल भर की महेनत को अपनी ही आखों के सामने सड़ते हुए देखना पड़ रहा है। ऐसे में बागानों में एचपीएमसी के प्रति खासा रोष पनप रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि एचपीएमसी के अधिकारी व कर्मचारी हमारी सेब की बोरियों को समय पर नहीं उठा रहे है जिस वजह से हमारे सेब सड़क के किनारे पर ही सड़ रहे है। हमारी साल भर की महेनत को एचपीएमसी द्वारा सड़क के किनारे ही सड़ने को रखा जा रहा है। यहां पर किसी भी प्रकार का कोई कलैक्शन सैंटर नहीं खोला गया है। एचपीएमसी द्वारा फोन के माध्यम से ही चलाउ कार्य किए जा रहा है।