लरहूँ के करीब 20 परिवार नारकीय जीबन जीने को मजबूर

रास्ते की दुर्दशा दिखाते ग्रामीण
फतेहपुर / 23 अगस्त / रीता ठाकुर
आजादी के 74 बर्ष बाद भी बिकास खण्ड फतेहपुर की पंचायत लरहूँ के गांव लरहूँ के करीब 20 परिवार अभी भी नारकीय जीबन जीने को मजबूर है।
बात करते हैं पंचायत के बार्ड नम्बर 3 की तो वहां के रास्ते की हालत इतनी खराब है कि बाहन चलाना किसी खतरे से कम न है वहीं हल्की सी बारिश होने पर जगह-जगह बनी बदबूदार दलदल पैदल चलने बालों को नाक-मुँह बन्द करने को बिबश कर देती है। इतना ही नही बदबूदार दलदल में सैंकड़ो की तादाद में कीड़े तक पैदा हो जाते हैं। जिस कारण क्षेत्र में किसी भी तरह की महामारी फैलने का भी अंदेशा बना रहता है। गांव के 91 बर्षीय बुजुर्ग कर्म सिंह ने बताया पहले रास्ता थोड़ा ठीक हुआ करता था लेकिन इस बार तो जगह-जगह खड़ा पानी लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है। वहीं बार्ड सदस्य शकुंतला देवी ने बताया उन्होंने कई बार पंचायत से उक्त मार्ग की मुरम्मत की गुहार लगाई लेकिन पंचायत की तरफ से उनके बार्ड को कोई सहयोग न मिला। वहीं स्थानीय साधु सिंह ने बताया उन्होंने रास्ता खराब होने की शिकायत बीडीओ फतेहपुर व मुख्यमंत्री हैल्पलाइन 1100 नम्बर पर भी की थी लेकिन कोई राहत न मिली।
बताया उक्त सदियों पुराना पैदल रास्ता नरनुह से लरहूँ होकर हौरी देवी के लिये निकलता है बताया कुछ बर्ष पूर्ब तत्कालीन पंचायत द्वारा ही उक्त रास्ते को बनबाया गया था लेकिन बाद में इसकी तरफ किसी ने ध्यान नही दिया। वहीं पंचायत सचिब शाम लाल के साथ फोन पर बात की तो उन्होंने कहा उक्त रास्ते को बनबाने के लिये सैल्फ डाली हुई है। लेकिन जब तक उक्त रास्ते किनारे नालियां नही निकलेगीं तब तक रास्ते में पानी खड़ा रहने की समस्या आती रहेगी। बताया नालियों के लिये लोग जगह नही छोड़ रहे हैं जिस कारण रास्ते में पानी खड़ा रहने की समस्या बनी ही है। बताया जल्द ही पंचायत उक्त रास्ते को साफ बनाने के लिये मनरेगा मजदूर लगाकर फिलहाल के लिये राहत देने का प्रयास करेगी। बाकी आगामी ग्राम सभा में रास्ते किनारे नालियां निकालने के लिये सैल्फ डाली जाएगी।

इस मौके पर रास्ते की समस्या बताते हुए हरबंस लाल, गुड्डो देवी, ललिता देवी, रंजना देवी, सलिंद्र कौर, सन्तोष कौर, बलबिंद्र कौर, मीरां देवी, सलोचना देबी, करतार कौर सहित अन्य उपस्थित रहे।