फतेहपुर / 30 जुलाई / रीता ठाकुर
भारतीय मजदूर संघ ने भारत जागो अभियान के आखिरी दिन गुरुबार को एसडीएम फतेहपुर बलबान चन्द के माध्यम से प्रदेश व केंद्र सरकार को ज्ञापन भेज श्रमिक बिरोधी नीतियों को बापिस लेने की अपील की। ज्ञापन देने से पूर्ब मीडिया से रूबरू होते भामस के प्रदेशउपाध्यक्ष मदन राणा ने कहा कोबिड 19 काल दौरान जहां निजी सैक्टर में तैनात हजारों कर्मी बेरोजगार हो गए हैं तो वहीं उन्हें कामकाज के दिनों की सैलरी न देकर उनके साथ घोर अन्याय किया है। वहीं काम करने की समय सीमा बढाकर भी उनका शोषण किया जा रहा है। जिसे भामस किसी भी सूरत में सहन नही करेगी।
उन्होंने कहा जिस तरह कोरोना काल में अन्य कोरोना योद्धा दिन रात ड्यूटी पर डटे रहे उसी तरह आशा बरकर्ज भी तैनात रही। जिसके चलते इन्हें पूरा मान सम्मान देते हुए रेगुलर होने तक कम से कम 18000 रु प्रतिमाह मानदेय दिया जाए। उन्होंने सरकार को चेताबनी भी दी कि भामस को हल्के में लेने की गलती न करें, अन्यथा इसके गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा भामस ने 24 जुलाई से 30 जुलाई तक देश ब्यापी भारत जागो अभियान शुरू किया था। जिसका गुरुबार को अंतिम दिन था। बताया इस दौरान जिलाधीशों, सांसदों ब उपमंडलाधिकारी (नारगिक) के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री ब प्रदेश सरकारों को ज्ञापन भेज मजदूर बिरोधी नीतियों को बंद करने का निबेदन किया है। साथ में चेताबनी भी दी है कि अगर ऐसा नही किया जाता है तो भामस को कोई दूसरा रास्ता अपनाना पड़ सकता है।
इस मौके पर आशा कार्यकर्ता संघ की प्रदेशाध्यक्ष किरण बाला, महासचिब सुनीता देबी, ब्लॉक फतेहपुर प्रधान भामस कृष्ण गोपाल, सचिब सोमराज, मुख्य सलाहकार अबिन्दर शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष सिंह, संसारपुर टैरेस प्रधान बिनोद गुलेरिया, बडूखर प्रधान देश राज सेठी सहित अन्य उपस्थित रहे।