हस्तशिल्प मेले के दूसरे दिन शास्त्रीय गायक बादल ने बांधा समां

ऊना / 21 अक्तूबर / एनएसबी न्यूज़
राज्य संग्रहालय शिमला व जिला भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा नगर परिषद पार्क ऊना में आयोजित किए जा रहे पांच दिवसीय हस्तशिल्प मेले का दूसरे दिवस भी ऊना व प्रदेश के अन्य जिलों से आये हस्तशिल्प कारीगरों, चित्रकारों, मूर्तिकारों व हाथ से बनी साज-सज्जा की सामग्री की दुकानें सजीं।
एसडीएम ऊना डॉ. सुरेश चंद जसवाल ने आज इस मेले में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। एसडीएम ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को समर्पित इस आयोजन से जहां हस्तशिल्प कलाकारों को प्रोत्सहित किया जा रहा है वहीं इससे बेरोजगार युवाओं को इन कलाओं को स्वरोजगार के रूप में अपनाने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मेले और उत्सव जहां हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का संवर्धन और संरक्षण करते हैं वहीं भावी पीढ़ी को भी इस संस्कृति से रूबरू करवाते हैं। उन्होंने कहा कि विलुप्त हो रही हस्तशिल्प कलाओं को संरक्षित करने और पुनर्जीवित करने का यह एक अनूठा प्रयास है।
मेले के दौरान जिला के नंगल सलांगड़ी के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक बादल ने पहाड़ी व पंजाबी एवं गजलें प्रस्तुत कर समा बांधा। साथ ही महाविद्यालयों की छात्राओं, संतोष लदाखी व बलविंदर घनारी ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी। जिला भाषा अधिकारी प्रोमिला गुलेरिया ने बताया कि इस मेले में पारंपरिक प्राचीन लोक संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम भी करवाए जा रहे हैं।
इस अवसर पर तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमें जिला ऊना के विभिन्न महाविद्यालयों से 17 प्रतिभागियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों को सामाजिक समस्याओं व हिमाचल प्रदेश की संस्कृति से जुड़े विषयों पर तत्काल भाषण के लिये कहा गया। प्रतियोगिता में राजकीय महाविद्यालय अंब की अनुपमा प्रथम, राजकीय महाविद्यालय ऊना के परिक्षित द्वितीय और राजकीय महाविद्यालय, बंगाणा की रिया तृतीय स्थान पर रही। विजेताओं को मुख्यातिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया।