भूना / 27 जून / न्यू सुपर भारत
जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग ने नई शिक्षा नीति, 2020 के अंतर्गत होने वाले अध्यापकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ खंड भूना के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में किया। इस प्रशिक्षण बैच में 40-40 प्राथमिक शिक्षकों अर्थात् कुल 285 शिक्षकों को विभाग द्वारा प्रशिक्षित केआरपी (की रिसोर्स पर्सन) द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में अध्यापकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान सभी अध्यापक साक्षरता, संख्या ज्ञान, भाषा साक्षरता के चार घटक सुनना, बोलना, पढऩा और लिखना के बारे में जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि प्राथमिक कक्षाओं के लिए भाषा के मुख्य क्षेत्र जैसे मौखिक भाषा, विकास ध्वनि जागरूकता, डिकोडिंग, पठन- पाठन और पढक़र समझना और समझ के साथ पठन व लेखन विषय प्रमुख रहेंगे।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक कक्षाओं के लिए संख्यात्मक ज्ञान का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए संख्याओं की पहचान, स्थानीय मान के समझ, 3 अंकों के जोड़ व घटाव, 2 अंकों की समस्याओं को हल करना, आकार, पैटर्न और मापन (लंबाई, ऊंचाई और वजन की अवधारणाओं) इत्यादि पर समझ बनाए।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति, 2020 के मुख्य घटक मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए शुरू किए गए निपुण भारत अभियान को साकार करने के लिए हरियाणा में भी निपुण हरियाणा कार्यक्रम लागू किया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सत्र 2021-22 में हरियाणा के सभी प्राथमिक अध्यापकों को आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जोकि एक परिचयात्मक प्रशिक्षण के रूप में रहा है। सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा हरियाणा को निपुण हरियाणा बनाने के लिए 2025 तक की समय सीमा रखी है, इसलिए अब सत्र 2022-23 के लिए हरियाणा के कई जिलों में प्राथमिक अध्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए गए है।
प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी जगदीश चंद्र सेवदा ने कहा कि निपुण हरियाणा तीन चरणों में लागू होगा। पहले चरण में कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने, आधार रेखा का संचालन करने और इसे हमारे प्रमुख हितधारकों यानी बच्चे ले जाने पर ध्यान दिया जाएगा। इसमें शिक्षक सबसे महत्वपूर्ण हितधारक है और वहीं इस मिशन, उद्देश्यों और भूमिकाओं को सभी तक लेकर जाएंगे।
उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में शिक्षक प्रशिक्षण, नियमित क्षमता निर्माण पर जोर दिया जाएगा। तीसरे चरण में मजबूत निगरानी, डेटा संग्रह और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। इसीलिए विभाग के द्वारा सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना है। जिसमें फतेहाबाद जिले के अलग-अलग खंडों के करीब 1885 प्राइमरी शिक्षकों को लगभग 26 केआरपी (की रिसोर्स पर्सन) के टीम द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा,
ताकि जिला फतेहाबाद के प्राथमिक विद्यालय में पढऩे वाले बच्चे मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान में निपुण हो सके एवं उन्हें जीवन में आगे चलकर जटिल समस्याओं को समझने में आसानी हो। इस अवसर पर अनुराग धारीवाल, केआरपी राकेश बंसल, बलजीत सिंह, राकेश कुमार तथा खंड प्रशिक्षण प्रभारी सोमनाथ व मिनाक्षु भाटिया उपस्थित रहे।