वित्तीय समावेशन से निर्धनजन को अपनी बचतें विधिवत् वित्तीय प्रणाली में लाने का मार्ग मिल जाता हैः अपर महानिदेशक (उत्तर क्षेत्र)
*पीएमजेडीवाई संबंधी आज वैबीनार आयोजित किया गया
चण्डीगढ़ / 28 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़
श्रीमति देवप्रीत सिंह, अपर महानिदेशक (उत्तर क्षेत्र), सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा है कि वित्तीय समावेशन से निर्धनजन को अपनी बचतें विधिवत् वित्तीय प्रणाली में लाने का मार्ग मिल जाता है। वह आज ‘प्रधान मंत्री जन धन योजना’ (पीएमजेडीवाई – PMJDY) के छः वर्ष संपन्न होने के सुअवसर पर एक वैबीनार के दौरान भागीदारों को संबोधन कर रहे थे। भागीदारों का स्वागत करते हुए, उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन भारत सरकार की राष्ट्रीय प्राथमिकता है तथा पीएमजेडीवाई योजना सरकार की लोक-पक्षीय आर्थिक पहलों का आधारभूत सिद्धांत है।
भागीदारों को संबोधन करते हुए रीजनल आऊटरीच ब्यूरो, चण्डीगढ़ के निदेशक श्री आशीष गोयल ने सूचित कि गत छः वर्षों के दौरान प्रधान मंत्री जन धन योजना के अंतर्गत नए खुले 40.35 करोड़ बैक खातों में लगभग 1.31 लाख करोड़ रुपए जमा हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक 29.75 करोड़ रूपे कार्ड भी जारी किए जा चुके हैं।
लुधियाना स्थित पंजाब नेश्नल बैंक ज़ोनल कार्यालय के उप महाप्रबंधक (डीजीएम) श्री दलजीत सिंह ने कहा कि प्रधान मंत्री जन धन योजना का महिलाओं के जीवन पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। इन योजनाओं के लाभ उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना संबंधी और जागरूकता का प्रसार करने से परिणाम और भी सकारात्मक आएंगे।
नाबार्ड, हरियाणा के प्रबन्धक श्रीमति कुमारी अल्का ने कहा कि प्रधान मंत्री जन धन योजना देश के कोन-कोने में बसने वाले नागरिकों को बैंकिंग सुविधाओं के साथ जोड़ने की एक पहल है। उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना की पहुंच और बढ़ाने हेतु स्व-सहायता समूहों व क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की सहायता से नाबार्ड की ओर से हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
यूको बैंक, हिमाचल प्रदेश के महाप्रबंधक (जीएम), श्री जे.एन. कश्यप ने भागीदारों को बताया कि कोविड-19 के दौरान ग़रीब कल्याण योजना के अंतर्गत प्रधान मंत्री जन धन की 6.54 लाख महिला खाता-धारकों को तीन किस्तों में 98.14 करोड़ रुपए वितरित किए गए हैं। श्री कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में प्रधान मंत्री जन धन योजना की सफ़लता के कारणों में एक विशेष वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम है।
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), शिमला के सहायक निदेशक श्री हिमांशु पाठक ने इस वैबीनार का संचालन किया। यह सत्र पीआईबी, चण्डीगढ़ के सहायक निदेशक श्री हितेश रावत के द्वारा भागीदारों को धन्यवाद के साथ संपन्न हुआ। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के इस क्षेत्र के अन्य अधिकारियों ने भी इस वैबीनार में भाग लिया।
आज के इस वैबीनार का आयोजन पत्र सूचना कार्यालय एवं रीजनल आऊटरीच ब्यूरो, चण्डीगढ़, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया था।