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किसानों की आर्थिकी को संबल प्रदान करने के लिए योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन बनाया जा रहा है सुनिश्चित

चम्बा / 26 मई / न्यू सुपर भारत

ज़िला में किसानों की आर्थिकी को संबल प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश कृषि विभाग  द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित बनाया जा रहा है ।

कृषि उप निदेशक डॉ. कुलदीप धीमान बताते हैं कि  ज़िला में  कृषि विभाग द्वारा किसानों की फसल पैदावार को और अधिक बढ़ाने के लिए विभिन्न  सुधरी किस्मों के   बीज   अनुदान पर उपलब्ध   करवाए जा रहे हैं । 

जारी वित्त वर्ष के दौरान   विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत   उपलब्ध करवाए गए  बीजों की जानकारी देते हुए   डॉ. कुलदीप धीमान बताते हैं कि ज़िला में 1786 किवंटल गेहूं का   बीज, 2246 किवंटल मक्की का बीज , 127.6 किवंटल धान का बीज तथा फसल   विविधीकरण  के लिए 1742 किवंटल  आलू, 2052 किवंटल मटर और 45.28 किवंटल   विभिन्न सब्जियों के  बीज अनुदान पर उपलब्ध करवाए गए हैं I इसके तहत ज़िला में  लगभग 38 हजार  किसानों को 245 लाख रूपये का अनुदान  उपलब्ध करवाकर लाभान्वित किया गया है I 

 वे यह भी बताते हैं कि  ज़िला  में नवाचार पहल करते हुए किसानों को 5600 हींग के पौधे और 27.6 किवंटल केसर के बीज के कन्द उपलब्ध करवाए गए हैं । इससे ज़िला के 139 किसानों को लाभान्वित किया गया है। 

किसानों की फसल पैदावार में लागत कम करने तथा खेती से संबंधित कार्यों को सुगमता पूर्व बनाने के लिए मशीनीकरण को  बढ़ावा  दिया जा रहा है I डॉ. धीमान  का कहना है कि  राज्य कृषि यंत्रीकरण योजना तथा केंद्रीय प्रायोजित योजना के अंतर्गत  ज़िला में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान  किसानों को 13 ट्रैक्टर, 390 पॉवर वीडर, 199 ब्रश कटर पर लगभग 165 लाख रूपये  का अनुदान दिया गया है । 

वे आगे बताते हैं कि  80 मक्की के थ्रेशर, 90 घास काटने की मशीन (टोका), 688 टूल किट तथा 900 बीज भण्डारण के ड्रम किसानों को अनुदान पर उपलब्ध  करवाए जा रहे हैं I इन सभी उपकरणों पर किसानों को   31 मार्च 2023 तक 32 लाख रूपये का अनुदान दिया  गया। 

साथ में नगदी फसलों के माध्यम से किसानों की आर्थिकी को और अधिक संबल प्रदान करने के लिए बेमोसमी  सब्जी उत्पादन  क्षेत्र  को   बढ़ावा  देने के लिए के लिए मुख्यमंत्री नूतन पॉलीहॉउस परियोजना  के अंतर्गत 49 किसानों को पॉलीहॉउस बनाने के लिए 73.29 लाख रूपये का अनुदान दिया  गया I जंगली   जानवरों  व आवारा पशुओं से फसलों को   सुरक्षित रखने के  लिए सोलर बाड़ लगाने के लिए मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के अंतर्गत किसानों को मिश्रित बाड़ लगाने के लिए 70 प्रतिशत  अनुदान  का प्रावधान है ।   वित्त वर्ष 2022-23  के दौरान  ज़िले के किसानों को इस योजना के अंतर्गत 22 सोलर बाड़ लगाने हेतु  54.20 लाख रूपये का  अनुदान  उपलब्ध करवाया गया।  उसके साथ ओलाबृष्टि से फसलों को बचाने के लिए  77 किसानों को 57.10 लाख रूपये के अनुदान से एंटी हेल नेट की सुविधा भी उपलब्ध  करवाई गई । 

इसी तरह विभाग की विभिन्न सिंचाई योजनाओं के तहत  31 मार्च 2023 तक  सिंचाई की पाइपों , कूहलों , सिंचाई टैंकों इत्यादि के निर्माण पर लगभग 410 लाख रूपये  व्यय किये  I  

डॉ. कुलदीप धीमान  का यह भी कहना है कि  वर्ष 2023 अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है I इसलिए सभी किसान अपने खेतों में कम से कम एक या 2 खेतों में पोषक अनाजों की खेती  अवश्य करें  और स्वस्थ रहने के लिए इन अनाजों को अपने भोजन   में भी  शामिल करें I

वे कहते हैं कि जिला में किसानों को  कृषि की नव तकनीकों एवं विभाग द्वारा  कार्यान्वित की जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का  प्रचार -प्रसार सुनिश्चित बनाने के लिए कृषि प्रशिक्षण एवं जागरूकता शिविर लगाए जा रहे हैं ।  प्राकृतिक खेती तकनीक को और अधिक बढ़ावा देने के लिए एक विशेष कार्य योजना के तहत व्यवस्था सुनिश्चित बनाई जा रही है । 

अब तक  ज़िला के 14,130 किसान  लगभग 1646 हेक्टेयर क्षेत्रफल क्षेत्र में प्राकृतिक खेती कर रहे हैं I  किसानों की सुविधा के लिए विभिन्न कृषि योजनाओं के तहत  विभाग द्वारा  ज़िला  के किसानों को लगभग 1387 लाख रूपये  अनुदान के रूप में उपलब्ध करवाए गए हैं ।

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