Site icon NewSuperBharat

होम आइसोलेसन में निर्देशो का पालन जरुर करें

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रकाश दरोच

बिलासपुर / 17 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. प्रकाश दरोच ने जानकारी देते हुए बताया कि समस्त जिला वासियों से आग्रह किया है कि जिला में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढते जा रहे है जिनमें कई लोगों में कोरोना  के बिल्कुल भी लक्षण नहीं हंै या बेहद हल्के लक्षण है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मन्त्रालय ने इस के लिए गाइडलाइंस अपडेट की है कि कौन व्यक्ति हाॅस्पिटल की जगह होम आइसोलेसन में रह सकता है और कितने दिन ऐसे रहना हैं तथा क्या सावधानियां  बरतनी है।

उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते अब कोरोना पाॅजीटिव कुछ लोगो को होम आइसोलेसन में रखा जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के बेहद हल्के लक्षण होने पर या बिल्कुल भी लक्षण न दिख रहे हो ऐसी स्थिति में, रोगी को अलग कमरे में धर के दूसरे लोगों से दूर रहना होगा, देखभाल करने के लिए एक व्यक्ति 24 धटे मौजूद होना चाहिए जो कि हॅास्पिटल के भी सम्पर्क में रहे तथा फोन में आरोगय सेतु ऐप होना चाहिए जो हमेशा ऐक्टिव रहे।

उन्होंने बताया कि कोरोना  के लक्षण दिखने के 17 दिनो बाद तक होम आइसोलेसन में रहना होगा या फिर 10 दिनो तक बुखार आने पर  होम आइसोलेसन खत्म किया जा सकता हैं अन्त में दुबारा टेस्टिंग की जरुरत नही हैं। उन्होंने कोरोना वायरस से पीड़ित रोगियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि रोगी हर समय तीन तहों वाला मास्क पहने, मास्क को 8 धण्टे पयोग में लाने के बाद एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइट में विसक्रमित करना जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि रोगी को अलग कमरे में धर के दूसरे लोगों से दूर रहना होगा व अलग शौचालय का प्रयोग करना होगा, रोगी अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लें तथा, डाक्टर के दिशानिर्देशों की अनुपालना करें। उन्होंने बताया कि रोगी को अपना बुखार स्वयं जांचना होगा यदि स्थिति खराब होती है तो विभाग को रिपोर्ट करनी होगी।

उन्होंने रोगियों की देखभाल करने वालों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि देखभाल करने वाले को भी तीन तहों वाला मास्क पहनना जरूरी है, सामने वाला मास्क का भाग न छुये, अगर मास्क गीला हो जाये तो इसे तुरन्त बदल ले, साबुन व पानी से कम से कम 40 सैकेड हाथ बार-बार धोएं, भोजन को रोगी को उसके कमरे में ही दें, रोगी के बर्तन को दस्ताने (गलब्ज) पहन कर साबुन व पानी से धोये, रोगी के प्रयोग में आने वाली चीजे कभी प्रयोग में न लाये जैसे तोलिया, बैड सीट, खाना खाने के बर्तन इत्यादि। उन्होंने बताया कि दस्ताने व मास्क को उतारने के बाद हाथ अवश्य धोये, रोगी द्वारा जनित वेस्ट का निपटान उचित बी.एम.डब्ल्यु निर्देशो के अनुसार करें।

उन्होंने बताया कि दिशा निदेर्शों का उल्लघंन करने पर नियामानुसार कडी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होने जनता से अपील कि जिन लोगों को (आईएलआई) मौसमी बुखार, खांसी और जुखाम हों तो नजदीक के कोरोना टेस्टिंग केन्द्र में जाकर अपना कोरोना टैस्ट जरुर करवाएं और एक दूसरे के नजदीक न जाएं तथा घर पर भी पूरी एहतियात बरतें। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला में आर.एच. बिलासपुर, सिविल अस्पताल घुमारवीं, मारकण्ड, घवांडल, सामुदायक स्वास्थ्य  केन्द्र झण्डुता तथा बरठी में कोरोना टैस्ट किए जाते हैं। नजदीकी केन्द्र में जाकर कोरोना का टैस्ट आवश्य करवाएं। उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में कोरोना संक्रमण की जांच रैपिड एंटीजन टेस्टिंग प्रणाली शुरू की गई है। यह टेस्टिंग प्रणाली कोरोना बीमारी से निपटाने में महत्वपूर्ण सबित होगी।

Exit mobile version