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74वें स्वतन्त्रता दिवस के जिला समारोह में ग्रामीण विकास एंव पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने किया ध्वजारोहण

*शहीद स्मारक में माल्यार्पण कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की **प्रदेश डिस्ट्रिक्ट गुड गवर्नेंस-2019 के लिए प्रथम पुरस्कार मिलने पर दी बधाई

बिलासपुर / 15 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़

जिला स्तरीय 74वां स्वतन्त्रता दिवस समारोह मुख्यमंत्री आदर्श राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) के खेल मैदान में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, पशु पालन व मत्स्य मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने ध्वजारोहण किया और पुलिस बल, होमगार्ड, नेबल विंग द्वारा प्रस्तुत भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। इससे पूर्व उन्होंने चंगर स्थित शहीद स्मारक में माल्यार्पण कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि हम सभी उन वीर सपूतों को नमन करते हैं, जिन्होंने देश की आजादी के लिए कड़ा संघर्ष किया और कुर्बानियां दी। उन्होंने कहा कि इस छोटे से पहाड़ी प्रदेश के वीर सपूतों ने भी स्वाधीनता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों ने भी स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़ कर भाग लिया था।

उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता के ठीक 8 माह के पश्चात् 15 अप्रैल, 1948 को हिमाचल प्रदेश का उदय हुआ। उन्होंने प्रदेश के गठन और निर्माण में दिए गए अपने बहुमूल्य योगदान के लिए डाॅ. वाई. एस. परमार व अन्य विभूतियों को भी श्रद्धासुमन अर्पित अर्पित किए। उन्होंने कहा कि डाॅ. परमार स्वयं प्रदेश के गठन से लेकर पूर्ण राज्यत्व का दर्जा पाने तक की यात्रा के पुरोधा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हर्ष की बात है कि हम इस बार प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व का स्वर्ण जयंती वर्ष मना रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ओजस्वी नेतृत्व में हमारा देश एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि संघर्ष की स्थिति में पड़ोसी देशों को मुंह-तोड़ जबाव तथा कोविड-19 के दौरान आत्मनिर्भर अभियान इसके सार्थक प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने 2 वर्ष 8 माह में विकास के कई आयाम स्थापित किए है। इस अवधि में सुशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, बागवानी में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए अनेक राष्ट्र-स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हुए है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी क्षेत्रों का समग्र विकास सभी वर्गों का उत्थान सुनिश्चित बनाने के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं आरम्भ की गई है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त करने के लिए आयु सीमा को 80 वर्ष 70 वर्ष कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 70 वर्ष से अधिक आयु के 2.85 लाख से अधिक वृद्धजन 1500 रुपये मासिक पेंशन प्राप्त कर रहे है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दृष्टिगत 5.69 लाख पेंशनधारकों को सितम्बर, 2020 तक पेंशन का अग्रिम भुगतान कर दिया गया है, जिसपर अब तक 424.58 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। गत अढ़ाई वर्षों में विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 1,63,607 नए मामले स्वीकृत किए गए है।

उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों के गम्भीर बिमारियों से पीड़ित लोगों के लिए सहारा योजना आरम्भ की गई है। इस योजना के अंतर्गत अब तक 9 हजार 78 लाभार्थियों को 5.90 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत 2.78 लाख से भी अधिक महिलाओं को निःशुल्क गैस वितरित की गई है।

उन्होंने कहा कि किसानों और बागवानों की आय को दौगुना करने के उद्देश्य से अनेकों योजनाएं आरम्भ की गई है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक 59 हजार किसान प्राकृतिक खेती को अपना चुका है जिससे 3,037 हेक्टेयर में इस पद्धति से खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध करवाना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शहरी व ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं के स्वयं सहायता समूह गठित कर आर्थिक गतिविधियां आरम्भ करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में स्वयं सहायता समूहों ने फैस मास्क, सैनीटाईजर इत्यादि लोगों में वितरित कर सराहनीय कार्य किया जिसके लिए उन्होंने धन्यवाद किया।

उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर ने भी विकास के इस पथ में नए आयाम छुएं है। जिला बिलासपुर के कोठीपुरा में अखिल भारतीय अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (एम्स) का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एम्स के बनने से प्रदेश तथा बिलासपुर के लोगों को स्वास्थ्य की सुविधाएं घर-द्वार पर ही उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि हाईड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज, फोरलेन और रेलवे का निर्माण कार्य भी तीव्र गति से चल रहा है। उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर में युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने तथा उन्हें स्वरोजगार अपनाने के प्रति प्रेरित करने के लिए झंडुता विधान सभा क्षेत्र के बरसंड गेहड़वीं और घुमारवीं विधान सभा क्षेत्र के चैहड़ी में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाने प्रस्तावित है।

उन्होंने कहा कि अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग की ओर प्रदेश डिस्ट्रिक्ट गुड गवर्नेंस-2019 के 18 मुख्य विषयों, 45 मानकों और सात थीम्स के आधार पर तैयार की गई सूची में सभी अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए बिलासपुर जिला को प्रथम पुरस्कार 50 लाख का प्राप्त हुआ है जिसके लिए उन्होंने बधाई दी। उन्होंने कोरोना वैश्विर महामारी से निपटने के लिए वारियर द्वारा दिए गए
सराहनीय सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया तथा कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए मंत्र ‘दो गज की दूरी है बेहद जरूरी’, सामाजिक दूरी, फैस मास्क और सैनीटाईजर का प्रयोग करें।

इस मौके नटराज कला मंच के कलाकारों देशभक्ति पर आधारित समूह गान प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विधायक सदर सुभाष ठाकुर, झंडुता जे.आर. कटवाल, पूर्व विधायक रणधीर शर्मा, जिला अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान, उपायुक्त राजेश्वर गोयल, पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा, एडीएम विनय धीमान, सहायक आयुक्त सिद्धार्थ आचार्य के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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