बालीचौकी: देव मतलोड़ा का प्राचीन मंदिर जलकर राख, प्राचीन मूर्तियां भी राख

बालीचौकी: देव मतलोड़ा का प्राचीन मंदिर जलकर राख, प्राचीन मूर्तियां भी राख
मंडी / 15 सितम्बर / पुंछी
मंडी जिले की बालिचौकी तहसील के जुही गांव में बने देव मतलोड़ा का ऐतिहासिक मंदिर शनिवार देर रात जलकर आग की भेंट चढ़ गया , यही नहीं इस आगजनी की घटना में देवता की प्राचीन मूर्तियां भी जलकर राख हो गई। आग कैसे लगी के कारण अभी तक साफ नहीं हो पाए हैं। घटना में लाखों रूपये का नुकसान आंका गया है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है और हादसे के कारणों समेत नुकसान का आंकलन कर रही है।
कब हुआ हादसा
शनिवार रात्रि करीब पौने 12 यह आग देव मतलोड़ा के प्राचीन मंदिर में लगी। मंदिर एकांत में होेने के कारण घटना का पता ग्रामीणों को देरी से लगा। हालांकि ग्रामीणों ने आग पर काबू पाने के लिए भरसक प्रयास किए, लेकिन आग बुझाने में ग्रामीण सफल न हो पाए और देखते ही देखते ही मंदिर पूरी तरह से जलकर राख हो गया। देवता के कारदार वीर सिंह, कारदार लेदराम व हार मंझी ने बताया कि देवता का प्राचीन मंदिर जलकर राख हो गया।
उन्होंने बताया कि देवता का रथ सुरक्षित है। जोकि दूसरे मंदिर पर रखा गया था, लेकिन इस घटना में देवता की प्राचीन मूर्तियां पूरी तरह जल गई हैं। वहीं, इस घटना से देव समाज में शोक लहर है। देव समाज इसे किसी बड़ी अनहोनी से जोड़ रहा है। हालांकि मौके पर पुलिस आग लगने के सही कारणों की जांच पड़ताल कर रही है। प्रशासनिक अमला भी मौके पर स्थिति का जायजा लेकर राहत पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। एसपी गुरदेव शर्मा ने बताया कि देव मतलोड़ा मंदिर के जलने की सूचना मिली है। पुलिस मौके पर छानबीन कर रही है। आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
आग लगने से दू दू जलता देवता का मंदिर