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सभी के सांझे प्रयासों से देश जितेगा, टीबी हारेगा : डा0 कुलदीप सिंह

अम्बाला / 24 मार्च / न्यू सुपर भारत

सिविल सर्जन डा0 कुलदीप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लक्ष्य अनुसार भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के दृष्टिगत स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कार्य किए जा रहे हैं। इस कार्य में निजी अस्पतालों व अन्य का सहयोग भी बेहद जरूरी है। सभी के सांझे प्रयासों से देश जितेगा, टीबी हारेगा। यह अभिव्यक्ति उन्होंने शुक्रवार को पीकेआर जैन सीनियर सैकेंडरी स्कूल अम्बाला शहर में विश्व टीबी दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में कही। इस मौके पर उन्होंने टीबी उन्मूलन के लिए निजी लैब व अन्य डाक्टरों द्वारा जो कार्य किए जा रहे हैं उसके लिए उन्हें स्मृति चिन्ह देकर उनको प्रोत्साहित भी किया।

सिविल सर्जन डा0 कुलदीप सिंह ने विश्व टीबी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित सरकारी डाक्टरों के साथ-साथ प्राईवेट डाक्टरों व निजी लैब के प्रतिनिधियों व अन्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान के लिए हमें मिलकर कार्य करना है। आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व टीबी दिवस के अवसर पर संदेश दिया है कि पंचायतों को भी इस अभियान में आगे आकर अपनी पूर्ण सहभागिता सुनिश्चित करनी है। पंचायतों व कस्बों को टीबी मुक्त करना है, 24 मार्च 1982 में विश्व टीबी दिवस मनाने की शुरूआत रॉर्बट ने की थी।

उन्होने यह भी कहा कि अम्बाला जिले को टीबी मुक्त करने की दिशा में निरंतर कार्य किए जा रहे हैं, 6 लैबों के माध्यम से करीब 616 टीबी के मरीज रिपोर्ट किए  गये हैं। स्वास्थ्य विभाग की हिदायतों अनुसार स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि डाक्टर, कैमिस्ट या लैब किसी भी टीबी के मरीज को छुपाएंगे नहीं बल्कि उसका डाटा मैंटेन करते हुए स्वास्थ्य विभाग को सूचित करेंगे। यदि ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी अमल में लाए जाने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से डरने की जरूरत नहंी है बल्कि ईलाज की जरूरत है।

इसका ईलाज टीबी की बीमारी कैटेगरी अनुसार 6 महीने से 8 महीने का है। आने वाले समय में इसका ईलाज 3 से 4 महीने का होगा। उन्होने मीडिया के माध्यम से आहवान किया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (टीबी) बारे लोगों को जागरूक करें ताकि यदि किसी को भी यह बीमारी है उसका समय रहते ईलाज हो सके।उन्होंने यह भी कहा कि इस बीमारी की रोकथाम के दृष्टिगत अम्बाला जिले में 84 दानी सज्जनों द्वारा 820 मरीजों को अडॉप्ट किया हुआ है। निक्षय मित्र के माध्यम से हमें ऐसे मरीजों की सहायता करनी है, उनके साथ सौहादर्यपूर्ण व्यवहार करते हुए उन्हें इस बीमारी से बाहर लाना है। उन्होने एक बार फिर अपने सम्बोधन में कहा कि देश जीतेगा, टीबी हारेगा। हमें मिलकर इस कार्य को करना है।

इस मौके पर डा0 हितेष वर्मा, डा0 विवेकशील मल्होत्रा, पीएमओ डा0 राकेश सहल, डा0 संगीता गोयल, डा0 सुखप्रीत, डा0 नीलम कुशवाहा, डा0 बलजिन्द्र, डा0 बलविन्द्र कौर, डा0 राजेन्द्र राय, डा0 कुलदीप, डा0 अलकनंदा, डा0 जयंती वर्मा, डा0 संजीव सिंगला, डा0 तरूण प्रसाद, डा0 पंकज गर्ग, डा0 वानी अग्रवाल, डा0 सी.पी. मल्होत्रा के साथ-साथ अन्य चिकित्सकगण व निजी लैब के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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