May 2, 2025

स्वास्थ्य विभाग की ओर से आगामी 12 अक्तुबर 2020 से लेकर 20 अक्तुबर 2020 तक मनाया जायेगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम

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अम्बाला, 1 अक्तूबर / न्यू सुपर भारत न्यूज़ :-


स्वास्थ्य विभाग की ओर से आगामी 12 अक्तुबर 2020 से लेकर 20 अक्तुबर 2020 तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम मनाया जायेगा। इस अभियान के दौरान 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों एवं 20-24 वर्ष तक की विवाहित महिलाओं जोकि गर्भवती न हों एवं जिसका छोटा बच्चा स्तनपान न करता हों, को कृमि नाशक गोली का सेवन कराया जायेगा। इस कार्यक्रम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज के सहयोग से जागरूकता गतिविधियां की जा रही हैं ताकि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को सफल बनाया जा सके व बच्चों को मानसिक व शारिरिक तौर पर स्वस्थ बनाया जा सके। इस अभियान के तहत उप सिविल सर्जन स्कूल हैल्थ डा0 बेला शर्मा का अध्यक्षता में नारायणगढ़ में ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।


डा. बेला शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों में पेट के कीड़े समाप्त करने के लिए वर्ष में 2 बार कृमि मुक्ति अभियान चलाया जाता है जो कि फरवरी व अगस्त में होता है लेकिन इस बार करोना महामारी के कारण यह कार्यक्रम अक्तुबर माह मे किया जा रहा हैं एवं एल्बेंडाजॉज की गोली के बारे में विस्तार से बताते हुए बताया कि यह गोली भरपेट खाना खाने के बाद सेवन करने से ही अधिक लाभ होता है इसलिए खाली पेट गोली न खाने की सलाह दी जाती है। यदि बच्चा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दौरान बीमार हो या अन्य किसी कारण से छुट गया हो तो यह गोली  17 अक्तुबर 2020 से 20 अक्तुबर 2020 तक मोप अप वाले दिनों में खिलाई जायेगी। कृमि संक्रमण का बच्चों की सेहत पर गहरा असर पड़ता है जिससे खून की कमी, भूख न लगना, कमजोरी और बेचैनी, पेट में दर्द, उल्टी और दस्त, वजन में कमी आना आदि रोग हो सकते हैं। इसलिए बच्चों में कृमि नियंत्रण से इन रोगों से मुक्ति पायी जा सकती है। 1 से 2 वर्ष की आयु के बच्चों को आधी गोली पीसकर चम्मच के साथ पानी में मिलाकर पिलाई जाती है। 2 से 3 वर्ष के बच्चों को पूरी गोली पीसकर चम्मच के साथ पानी में मिलाकर पिलाई जाती है। 3 से 19 वर्ष के बच्चों को पूरी गोली चबाकर खाने की सलाह दी जाती है।


अत: सभी नागरिकों से अपील की जाती है कि 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को एएनएम, आशा एवं आंगनवाडी वर्करस के द्वारा घर-घर जाकर कृमिनाशक गोली, एलबैंडाजोल खिलाई जाएगी ताकि बच्चों को शारिरिक व मानसिक तौर पर स्वस्थ बनाया जा सके। इसमें डा0 शिवानी डब्लयूएचओ ने पल्स पोलियो व वैक्सिन प्रीवेंटेबल बिमारियों के बारे में अवगत कराया तथा इसमे वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी नारायणगढ़, डा0 नेहा जिला किशोर स्वास्थ्य अधिकारी, सभी चिकित्सा अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी,  प्रोग्राम अधिकारी महिला एवं बाल  विकास विभाग, निजि बालरोग चिकित्सक, आरबीएसके एमएचटी, किशोर स्वास्थ्य परामर्शदाता, एलएचवी, एएनएम, आंगनवाडी वर्करस ने भाग लिया।

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