कोविड-19 के दौरान घबरायें नहीं, तनावमुक्त रहें, स्वस्थ दिनचर्या को अपना कर कोरोना वायरस को आसानी से हराया जा सकता है-एसडीएम डॉ. वैशाली शर्मा

अम्बाला / 6 मई / न्यू सुपर भारत
सकारात्क सोच एवं मनोबल से व्यक्ति आसानी से कोरोना वायरस पर विजय प्राप्त कर सकता है। होम आइसोलेशन में भी कोविड-19 के रोगी डॉक्टरों की सलाह व सावधानी रख कर स्वस्थ हो रहे है। आज हम बात कर रहे है नवीन सैनी की, जोकि एसडीएम कार्यालय नारायणगढ़ में स्टैनों के पद पर कार्यरत है। नवीन सैनी को गत 7 अप्रैल को बुखार आया तो उन्होंने डॉक्टर से दवाई ली लेकिन आराम नहीं आया। तीन दिन लगातार बुखार 101 डिग्री रहा। नागरिक अस्पताल के डॉक्टर ने इन्हें कोरोना का टैस्ट करवाने की सलाह दी।
डॉक्टर की बात मान कर नवीन ने 9 अप्रैल को टैस्ट कराया तो 11 अप्रैल को
रिर्पोट पॉजिटिव आई। इस दौरान इन्होंने स्वास्थ्य विभाग की हिदायतों का
पालन करते हुए घर में आइसोलेट रहे। नवीन बताते है कि पॉजिटिव रिर्पोट आने के बाद उन्हें और परिजनों को थोड़ी चिंता हुई, लेकिन परिवार ग्रामीण पृष्ठभूमि से होने के कारण
परिजनों ने स्वयं भी हौंसला रखा और उन्हें भी हौंसला दिया कि वे जल्द ठीक
हो जाएगें।
नागरिक अस्पताल के डॉक्टर ने उन्हें घर में ही आइसोलेट होने
की सलाह दी। इसी दौरान स्टैनों नवीन ने इस बारे में एसडीएम डॉ. वैशाली शर्मा
को जानकारी दी। एसडीएम जोकि पहले एमबीबीएस करने के बाद चिकित्सक के रूप
में सेवाएं दे चुकी है। उन्होंने नवीन का मोरल बुस्ट करते हुए कहा कि वे
एक तो बिल्कुल भी न घबरायें तनाव मुक्त रहे और अपने आपको घर में अलग से
आइसोलेट कर ले।
नवीन बताते है कि आइसोलेट होने के बाद डॉक्टर ने उन्हें दवाईयां व जिंक, विटामिन सी और बी आदि दिया जिससे बुखार तो तीन दिन में उतर गया। लेकिन एक सप्ताह बुखार 99 डिग्री रहा। इस दौरान उन्होंने सुबह के समय योग, प्राणायाम, अनुलोम, विलोम किया। दिन में 4-5 बार स्टीम ली, गर्म पानी से गरारे किये, बाबा रामदेव द्वारा कोरोना वायरस के बारे में बताई गई जड़ी-बुटियों, आयुष काढे का भी सेवन किया। नवीन बताते है कि घर में पत्नी के अलावा उनके दो बेटे है एक 10 साल का और एक 5 साल का है।
आइसोलेशन के दौरान उन्होंने अपने आपको उनसे दूर रखा, पत्नी ऋतु सैनी ने
बच्चों तथा उन्हें भी सम्भाला और उनकी हिम्मत बंधाती रही कि वे जल्द ही
ठीक हो जाएगें। ऋतु बताती रही कि होमआइसोलेशन में कितने लोग ठीक हुए है।
इस दौरान वे टी.वी. और मोबाइल से दूर रहे। दिन में 3 से 4 बार ऑक्सीमीटर
से शरीर के ऑक्सीजन के स्तर की जांच करते रहे जोकि इस दौरान ठीक रही।
नवीन सैनी ने कोविड-19 से ग्रस्त रोगियों को संदेश दिया है कि वे बिल्कुल
भी न घबरायें, अपना हौंसला रखें, नकरात्मक न सोचें और न ही इस प्रकार की
न्यूज/मोबाइल पर संदेश देखें। अपने विचार सकारात्मक रखे और किसी भी
परिस्थति में हिम्मत न हारें और होम आइसोलेशन के नियमों का पालन अपनी,
परिवार और समाज की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कड़ाई से करें तो आप जल्द
स्वस्थ हो जाएगें।
डॉक्टर की सलाह के बाद ओर स्वास्थ्य में सुधार को देखते हुए
नवीन ने लगभग 15 दिन बाद 24 अप्रैल को टैस्ट करवाया और 26 अप्रैल को उनकी
रिर्पोट नेगेटिव आई। जिससे उन्होंने व परिजनों ने राहत की सांस ली। वे
कहते है कि रिर्पोट नेगेटिव आने के बाद भी शरीर में वीकनेस रही। जिस कारण
उन्होंने घर में रहकर आराम किया और स्वास्थ्य विभाग की हिदायतों का पालन
करते हुए अपनी डाइट का ध्यान रखा। स्वस्थ होने के बाद गत 3 मई को वे अपनी
डयूटी पर आ गये।
बॉक्स- एसडीएम डॉ. वैशाली शर्मा ने नवीन को बताया कि नियमित रूप से
तापमान/ऑक्सीजन स्तर की जांच करें, यदि ऑक्सीजन का स्तर 94 प्रतिशत से कम
हो तो डॉक्टर से सम्पर्क करें। ऐसी स्थिति जब आये तो प्रोनिंग (पेट के बल
लेटकर) व ऑक्सीजन के स्तर को बढाने वाले तथा श्वसन सम्बंधी व्यायाम
इत्यादि करें।
होम आइसोलेशन के दौरान ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लें,
पौष्टिक आहार का सेवन करें तथा नियमित दवाइयां लें व कोविड के नियमों का
कड़ाई से पालन करेगें तो जल्द स्वस्थ हो जाएगें। नवीन ने अपने बॉस जोकि
एक डॉक्टर भी रह चुकी है कि बातों का अनुसरण करते हुए पूरी कड़ाई के साथ
नियमों का पालन कर स्वस्थ हुए।
एसडीएम डॉ. वैशाली शर्मा का कहना है कि लोग मास्क लगाये,
सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें, हाथों को बार-बार साबुन/पानी
से धोएं या सेनिटाइजर का प्रयोग करें तथा लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा
जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें तो कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से
रोक सकते है।