May 14, 2025

कोरोना संक्रमण से लड़ने में जुटे योद्धाओं का करें पूर्ण समर्थन, आरसीएच भोटा में कोरोना प्रोटोकॉल का किया जा रहा अनुसरणः उपायुक्त

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भ्रामक सूचना एवं अपुष्ट जानकारी फैलाने वालों के विरुद्ध होगी कड़ी कार्रवाई

हमीरपुर / 12 अप्रैल / एन एस बी न्यूज़ 

उपायुक्त हरिकेश मीणा ने लोगों से अपील की है कि वे नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से लड़ने में जुटे हमारे सभी योद्धाओं को पूर्ण समर्थन दें, जिनमें स्वास्थ्य, पुलिस, सुरक्षा सहित सफाई कर्मी तथा अन्य स्टाफ सम्मिलित है। लोग बिल्कुल न घबराएं और कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में सभी मानक प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया गया है।

उन्होंने कहा कि राधास्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा को प्रदेश सरकार की ओर से गत 7 अप्रैल, 2020 को सेकंडरी आइसोलेशन सुविधा स्थल के रूप में अधिसूचित किया गया है। इसमें स्पर्शोन्मुख (असिम्पटोमैटिक) एवं हल्के लक्षणों (सिम्पटोमैटिक) वाले कोरोना संक्रमित लोगों को पृथक (आइसोलेट) रखने की सुविधा प्रदान की गई है और लक्षण बढ़ने पर इन्हें टांडा मेडिकल कॉलेज जैसे टर्शरी (तृतयिक) सुविधा स्थलों में भेजा जा सकता है। प्रदेश सरकार ने कांगड़ा, सिरमौर, सोलन सहित अन्य जिलों में भी इस तरह की व्यवस्था की है और ऊना तथा हमीरपुर जिला के लिए आरसीएच भोटा को पृथक सुविधा स्थल बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि गत दिवस ऊना जिला से दो कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को यहां के लिए भेजा गया है जिन्हें आरसीएच भोटा में आइसोलेट किया गया है। इनकी देखभाल के लिए चिकित्सक व सहायक स्टाफ में 18 कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अतिरिक्त साफ-सफाई इत्यादि के लिए अन्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। यह सभी विभिन्न चरणों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में अपनाए जाने वाले सभी प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को इस तरह के मामलों में देखभाल का समुचित प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। उन्हें पीपीई सहित सभी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं। दिन में तीन बार इसे सेनिटाइज करने का प्रावधान किया गया है।

यहां पर सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं और पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मी एवं सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं। संबंधित उपमंडलाधिकारी (ना.) को सीसीटीवी कैमरे सहित अन्य सुरक्षा उपाय और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए हैं। यहां तैनात स्टाफ के ठहरने के लिए भोटा स्थित हिल साईड होटल का अधिग्रहण किया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए अधिसूचित तीन टर्शरी (तृतयिक) श्रेणी के सुविधा स्थलों आईजीएमसी शिमला, डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा तथा कोरोना के लिए समर्पित लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मंडी (नेरचौक) को संप्रेषित (रेफरल) मामलों को सहायक देखभाल के लिए इन सेकंडरी आइसोलेशन सुविधा स्थलों में रखने की व्यवस्था की गई है। इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों एवं कोरोना प्रोटकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।

उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अपुष्ट सूचनाओं या भ्रामक जानकारी के आधार पर कोई धारणा न बनाएं और कोरोना संक्रमण से लड़ाई लड़ रहे हमारे इन अग्रणी योद्धाओं का उत्साहवर्द्धन करें। संक्रमित व्यक्तियों को उपचार देना हम सभी की जिम्मेवारी है। यह एक निरंतर प्रक्रिया है और इसे क्षेत्र या व्यक्ति विशेष से जोड़ कर न देखें। लोग संक्रमित व्यक्ति और उसके उपचार में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों में अंतर रखें। भ्रामक सूचना एवं अफवाहें फैलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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