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श्री राधाकृष्ण मंदिर कोटला कलां में धूमधाम से मनाया गुरू पर्व **** बाबा बाल ने कलाइयों पर कंगना बांध श्रद्धालुओं को दिया आशीर्वाद

श्री राधाकृष्ण मंदिर कोटला कलां में धूमधाम से मनाया गुरू पर्व
— बाबा बाल ने कलाइयों पर कंगना बांध श्रद्धालुओं को दिया आशीर्वाद


ऊना, 16 जुलाई :


श्री राधाकृष्ण मंदिर कोटला कलां ( ऊना ) में गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में बाबा बाल जी के दर्शनों के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंगलवार सुबह 6 बजे से लेकर देर शाम तक घंटो लाईनों में खड़े होकर के राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज से कंगना बंधवाकर उनका आशीर्वाद लिया और गुरू पूजा की। बाबा बाल जी महाराज ने कहा कि गुरू और शिष्य का संबंध महज चंद क्षणों का नहीं अपितु यह अटूट संबंध होता है। उन्होंने कहा कि हर गुरू की यही कामना होती है कि उसके शिष्य परिवार और समाज को ऊपर उठाने के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि गुरू शिष्य को सच व मेहनत के रास्ते पर चलना सिखाता है। गुरू का अपना जीवन भी दूसरो के लिए प्रेरणा देने वाला होना चाहिए और समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के साथ भक्ति में अपना मन लगाएं। उन्होंने कहा कि एक गुरु की पहचान जहां उसके शिष्य होते हैं, वहीं शिष्य के लिए भी पहचान का मार्ग गुरु से होकर गुजरता है। उन्होंने गुरू की महत्तवता को बताते हुए कहा कि गुरू के प्रति शिष्य की भक्ति लगाव ऐसा हो कि वह एकनिष्ठ कहलाए। उन्होंने कहा कि भक्ति सबसे श्रेष्ठ है और भक्ति के माध्यम से ही भक्त सभी समस्याओं से पार पा सकता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य का मन साफ होना चाहिए, दिल को विकारों से दूर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान का स्मरण भजन सिमरन चलते फिरते भी किसी भी समय किया जा सकता है इसमें समय की कोई पाबंदी नहीं होती। बीते सप्ताह के दौरान गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में हजारों ही श्रद्वालुओं ने बाबा बाल जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। बाबा बाल जी के शिष्यों ने नतमस्तक होकर अपने मंगलमयी भविष्य की कामना की। इस अवसर पर बाबा बाल जी महाराज के शिष्य माध्वानंद, जगदेव, मोहन लाल सैणी, दिलदार, कैलाश बहन, शिव कुमार सैणी, विशंभर दास, लाजपत राय, दर्शन सैणी व किशोरी लाल सहित अन्य उपस्थित रहे।



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