मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पंडित जय किशन के परिवार को बंधाया ढांढस *** पंडित जय किशन शर्मा का जीवन सबके लिए प्रेरणा स्रोतः जय राम ठाकुर


ऊना (12 सितंबर)-
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर पूर्व विधायक व भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष स्वर्गीय पंडित जय किशन को श्रद्धांजलि देने के लिए हरोली उनके निवास स्थान पहुंचे। मुख्यमंत्री ने परिवार के सदस्यों को ढांढस बंधाया और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर सीएम के साथ उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती तथा एचपीएसआईडीसी के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार भी उपस्थित रहे। सीएम ने पंडित जय किशन के पुत्र विश्वास शर्मा, पुत्री सुनिधि व पुनीता तथा पत्नी आरती शर्मा से लगभग आधे घंटे तक उनका कुशलक्षेम पूछा।
मुख्यमंत्री ने पंडित जय किशन शर्मा के निधन को परिवार, समाज व पार्टी के लिए बड़ी क्षति बताया। सीएम ने उनके साथ किए कार्यों को याद करते हुए कहा कि जय किशन शर्मा का जीवन बेहद संर्घषपूर्ण रहा, जो सबके लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा। संगठन में काम करते हुए उनसे बहुत सी चीज़ें सीखने को मिलीं। आपातकाल के दौरान पंडित जय किशन शर्मा ने जोश व जुनून के साथ जीवन जीने को प्रेरित किया।
जय राम ठाकुर ने कहा कि 76 वर्षीय पंडित जय किशन शर्मा हमेशा तथ्यों पर आधारित बात कहते थे और अपनी बात को प्रभावी ढंग से रखते थे। जय किशन शर्मा वर्ष 2000-2003 तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे तथा उनका कार्यकाल अति सराहनीय रहा है। जब विधायक के तौर पर संतोषगढ़ विधानसभा क्षेत्र से जय किशन शर्मा चुन कर आए तो मुझे भी उनके साथ काम करने का मौका मिला।
पंडित जय किशन से जुड़ा किस्सा भी बताया
मुख्यमंत्री ने पंडित जय किशन से जुड़ा एक किस्सा भी साझा किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में एक बार आरएसएस के विषय पर चर्चा हुई तो पंडित जय किशन शर्मा ने बड़े ही प्रभावी ढंग से सदन में तथ्य रखे। जिसके बाद विपक्ष को बोलने के लिए कुछ नहीं बचा। उन्होंने कहा कि पंडित जय किशन का जाना एक बड़ी क्षति है, जिसे पूरा नहीं किया जा सकता है।
इस अवसर पर उनके साथ उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, हिमाचल प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार, एपीएमसी के चेयरमैन बलबीर बग्गा, अतिरिक्त उपायुक्त अरिंदम चौधरी, डीएसपी अशोक वर्मा, एसडीएम हरोली गौरव चौधरी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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